रनिंग परिवार हेतु आर्ट ऑफ लिविंग कार्यशाला सम्पन्न

संरक्षित संचालन हेतु
दिनांक 21.05.2025 से 24.05.2025 तक आर एस ओ परिवार के विभिन्न कोटि के कर्मचारियों के हित में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा रनिंग रूम प्रयागराज में हैप्पीनेस कोर्स आयोजित किया गया। जिसमें लगभग 30 कर्मचारियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को मानसिक शांति, खुशी, और संतुलन की प्राप्ति में मदद करना था। इस चार दिवसीय कार्यशाला में ध्यान, प्राणायाम, और सुदर्शन क्रिया जैसी तकनीकों का अभ्यास कराया गया, जो जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा लाने में सहायक होती हैं।
आयोजन में आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक / प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर यतेंद्र कुमार जी एवं प्रशिक्षक कौशल श्रीवास्तव जी ने रनिंग कर्मचारियों से उनके अस्तित्व एवं जीवन में श्वास के महत्व के विभिन्न पहलुओं पर वृहद चर्चा की जहाँ प्रतिभागियों को जीवन के सुख और शांति के रहस्यों को जानने का अवसर मिला।
विभिन्न कोटि के कर्मचारियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और स्वास साधना के विषय में जानकारी प्राप्त की।
बता दे कि आर्ट ऑफ लिविंग फाउण्डेशन ,एक स्वयंसेवी आधारित, मानवीय और शैक्षिक गैर-सरकारी संगठन है। इसकी स्थापना 1981 में श्री श्री रवि शंकर ने की थी। आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के 185 से अधिक देशों में केंद्र हैं। आर्ट ऑफ लिविंग सांस लेने की तकनीक, ध्यान और योग पर आधारित कई तनाव-उन्मूलन और आत्म-विकास कार्यक्रम प्रदान करता है। यह संगठन, ध्यान, योग और प्राचीन भारतीय प्रथा के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक समर्पण को बढ़ावा देता है। संगठन का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाना है।
इस कार्यशाला के पहले दिन आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक श्री यतेंद्र कुमार जी एवं कौशल श्रीवास्तव जी ने कर्मचारियों से जीवन के अस्तित्व को साझा किया एवं श्वास को जीवन में ऊर्जा का स्त्रोत बताया।
इस कार्यशाला के दूसरे एवं तीसरे दिन आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक श्री यतेंद्र कुमार जी एवं कौशल श्रीवास्तव जी ने कर्मचारियों को जीवन में खुश, स्वास्थ्य एवं तनाव मुक्त रहने हेतु गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर द्वारा आविष्कृत सुदर्शन क्रिया के लाभों के बारे में बताया एवं इस क्रिया का प्रयोग गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर कि आवाज में साझा किया।
इस कार्यशाला के चौथे दिन आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक श्री यतेंद्र कुमार जी एवं कौशल श्रीवास्तव जी ने कर्मचारियों को मन को शांत तथा वश में करने के लिए स्वयं सुदर्शन क्रिया करने का रहस्य भी बताया साथ ही कोर्स समाप्त होने पर सभी कर्मचारियों एवं प्रशिक्षकों ने मिल कर स्वादिष्ट व्यंजनों एवं मिष्ठान के साथ कोर्स के समाप्त होने का उत्सव भी मनाया।
इस कार्यशाला में विशेष रूप से “साँसों का रहस्य”, योग, ध्यान, प्राणायाम, और सुदर्शन क्रिया जैसे विषयों पर व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया। प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम के माध्यम से मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य और आत्मिक विकास के लिए आवश्यक तकनीकों का अनुभव प्राप्त हुआ ।
इस कार्यक्रम में विभिन्न आयु वर्ग के लोग शामिल हुए, जिनमें युवा, वयस्क, और वरिष्ठ नागरिक शामिल थे। सभी ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे ध्यान और प्राणायाम ने उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। प्रतिभागियों ने यह भी बताया कि सुदर्शन क्रिया ने उन्हें आंतरिक शांति और मानसिक स्पष्टता प्रदान की है।
कार्यक्रम के अंत में, प्रतिभागियों खुशी उनके द्वारा सीखी गई तकनीकों और ज्ञान का प्रतीक थे। इस अवसर पर, आर्ट ऑफ लिविंग ने यह भी घोषणा की कि वे भविष्य में और अधिक ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इन लाभकारी तकनीकों का अनुभव कर सकें।
आर्ट ऑफ लिविंग का यह हैप्पीनेस प्रोग्राम न केवल मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में सकारात्मकता फैलाने का भी एक प्रयास है। हम सभी को एक खुशहाल और संतुलित जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं।
कार्यक्रम का संचालन मुख्य क्रू नियंत्रक प्रयागराज श्री वासुदेव पाण्डेय के द्वारा किया गया I इस कार्यशाला में श्री वासुदेव पाण्डेय ने आर एस ओ परिवार को संरक्षित संचालन हेतु गाड़ी संचालन के दौरान एकाग्रचित्त हो कर गाड़ी का संचालन करने, रनिंग रूम तथा घर पर क्वालिटी रेस्ट का महत्व समझाते हुए एक परिवार की तरह समस्याओं एवं उसके समाधान पर विशेष ज़ोर दिया और कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सबका धन्यवाद किया। शिविर के अंत में
सभी कर्मचारीगण अपनी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की

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