किम कार्दशियन ज्वेलरी चोरी मामले में संदिग्ध मांगेगा माफी, 23 मई तक चलेगा मुकदमा

2016 में किम कार्दशियन के साथ पेरिस में हुई सशस्त्र डकैती के एक संदिग्ध, 71 साल के यूनिस अब्बास ने कहा है कि वह सोमवार से शुरू होने वाले पेरिस ट्रायल के मुकदमे में अपनी गलती स्वीकार करेगा और माफी मांगेगा। अब्बास ने कहा, “मैं ईमानदारी से माफी मांगूंगा।पेरिस फैशन वीक के दौरान किम कार्दशियन जिस अपार्टमेंट में रुकी थीं, वहां लुटेरों ने उन पर बंदूक तानकर लाखों डॉलर के गहने चुराए थे। किम ने बताया कि उन्हें लगा कि उनकी जान को खतरा है और उनके साथ छेड़छाड़ हो सकती हैं। लुटेरों ने उन्हें प्लास्टिक केबल और टेप से बांध दिया और उनकी सगाई की अंगूठी सहित कीमती गहने लूट लिए। किम को बाथरूम में बंद कर लुटेरे भाग गए। अपार्टमेंट के दरबान को भी बंदूक की नोक पर बंधक बनाया गया था।करीब 6 मिलियन डॉलर के गहने की चोरी के बारे में बताते हुए अब्बास ने बताया कि उसने इमारत के नीचे निगरानी की और भागने का रास्ता साफ रखा। वह निहत्था था और उसने किम को सीधे धमकी नहीं दी, लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करता है। उसका डीएनए दरबान को बांधने वाली प्लास्टिक टाई पर मिला। अब्बास को जनवरी 2017 में गिरफ्तार किया गया और 21 महीने जेल में रहने के बाद रिहा हुआ। अब्बास ने 2021 में “आई सीक्वेस्टेड किम कार्दशियन” नाम की एक किताब भी लिखी, जिसमें उसने किम कार्दशियन की डकैती की सच्ची कहानी के बारे में बताया। अब्बास ने बताया कि भागते समय गहनों का बैग उसकी साइकिल के पहिए में फंस गया और सड़क पर बिखर गया। उसने गहने समेटे और भाग गया। अगली सुबह एक व्यक्ति को सड़क पर एक हीरे का क्रॉस मिला, जो इस लूट से बरामद एकमात्र चीज थी।

अब्बास का कहना है कि उसे डकैती के समय किम की पहचान नहीं थी। उसे सिर्फ इतना पता था कि वह एक मशहूर व्यक्ति की पत्नी हैं। अगली सुबह टीवी पर खबर देखकर उसे किम के बारे में पता चला। वह मुकदमे में अपनी भूमिका के बारे में बताएगा, लेकिन अपने साथियों का नाम नहीं लेगा। उसने कहा, “मैं सिर्फ एक बाहरी व्यक्ति था, इसकी साजिश मैंने नहीं रची।”अब्बास की किताब के सह-लेखक थिएरी नीमेन ने बताया कि एफबीआई ने फ्रांसीसी पुलिस को अब्बास का डीएनए पहचानने में मदद की। किम दुनिया की सबसे मशहूर हस्ती हैं और यह मामला सोशल मीडिया पर बहुत चर्चित था। मुकदमे के नतीजे तक अब्बास की किताब से होने वाली कमाई पर रोक है। 44 साल की किम कार्दशियन इस मुकदमे में गवाही दे सकती हैं, जो 23 मई तक चलेगा। उनके वकील ने कहा कि किम चाहती हैं कि मुकदमा निष्पक्ष और कानून के अनुसार हो। यह मुकदमा फ्रांस में जूरी के साथ होगा, जो गंभीर अपराधों के लिए किया जाता है।

Related posts

Leave a Comment